अतिवृष्टि से अधिक नुकसान ग्रामीण क्षेत्र में
*अतिवृष्टि से अधिक नुकसान ग्रामीण क्षेत्र में
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश तथा अतिवृष्टि से जहाँ शहरों को नुकसान हुआ है उस के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में नुकसान का आंकलन कहीं अधिक है। शहरों के तालाब तथा बाँधों से निकाला पानी ग्रामीण क्षेत्र में कोहराम मचा रहा है।
अजमेर जिले की बात करें तो अजमेर में फॉयसागर व आनासागर के साथ-साथ खानपुरा तालाब से निकलने वाला पानी ग्रामीण क्षेत्र में तबाही मचा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के एनीकट व तालाब लबालब हो चुके हैं। निरंतर पानी की आवक से अजमेर ग्रामीण पंचायत समिति की ग्राम पंचायत डूमाड़ा के मशीनिया का एनीकट टूट गया जिससे गाँव का सम्पर्क कट गया वहीं सडक़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
ग्रामीण क्षेत्र में बनी सडक़ें लगभग खराब हो चुकी है। पीसांगन मुख्यालय का तो सम्पर्क ही आस-पास के गाँवों से कट गया है। अत्यधिक बारिश तथा पुलिया के ऊपर से बहने वाले पानी में ग्रामीण व पशु हादसे का शिकार हो रहे हैं।
खेतों में खड़ी ज्वार, बाजार, मूंग व मक्का की फसलों के खराब होने का अंदेशा किसानों को सता रहा है यदि खेतों में भरा पानी खाली नहीं हुआ तो ज्वार व बाजरा काटने के लिए खड़ी फलियाँ काली होना शुरू हो जायेगी। इसी माह सितम्बर में मूंग अक्टूबर में मक्का, बाजरा व ज्वार की फसलों की कटाई होनी है लेकिन पानी के कारण फसलें खराब होना शुरू हो गई है।
ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालकों के भी बूरे हाल है पशु खेत व चारागाह में पानी भरा होने के कारण चरने नहीं जा रहे तथा जो पशु जा रहे है उनके भी किसी हादसे का डर पशुपालक को सता रहा है।
दूध संग्रहण केन्द्र अजमेर सरस डेयरी के चारों तरफ पानी भरा है एसे मे गाँवों से दूध ला रहे टैंकर दूध डेयरी तक नहीं पहुंच रहे पशुपालकों तथा अजमेर शहरवासियों को परेशानी मे देख अजमेर सरस डेयरी चैयरमेन रामचन्द्र चौधरी द्वारा जुगाड़ तकनीकी के माध्यम से पाईप लाईन द्वारा टैंकर से अजमेर सरस डेयरी तक दूध पहुंचाने का नावाचार कर पशुपालकों तथा अजमेर शहर वासियों को राहत प्रदान की गई है।
अजमेर सरस डेयरी के पास ही रेल्वे लाईन निकल रही है लेकिन रामचन्द्र चौधरी ने अंडर पास से पाईप डालकर दूध संग्रहण करवाया यह काबिले तारीफ है। इसी प्रकार पंचायत समिति पीसांगन क्षेत्र में भी जल भराव क्षेत्र से पानी निकासी को लेकर विकास अधिकारी सोहनलाल डारा ने नवाचार के तहत कच्चा नाला बनाकर पानी निकासी का कार्य कर पीसांगन वासियों को तथा स्कूल में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को राहत पहुंचाई है।
पीसांगन में जल भराव के कारण स्कूल में पानी भर जाता था तथा मुख्य मार्ग पर भी पानी भराव रहता था। जिसे विकास अधिकारी सोहन डारा ने कच्चा नाला बनाकर जल भराव को खत्म किया। यह एक अच्छे प्रशासनिक अधिकारी की पहचान है कि वह आमजन का दुख: दर्द समझे।
अजमेर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आईएएस अधिकारी अभिषेक खन्ना ने भी ग्रामीण क्षेत्र में अतिवृष्टि तथा जल भराव क्षेत्र में आमजन को राहत पहुंचाने के भरपूर प्रयास किये है। अजमेर जिला परिषद को जैसे ही जानकारी मिली की फॉयसागर की पाल में रिसाव हो रहा है उसी समय अभिषेक खन्ना ने पंचायत समिति के विकास अधिकारियों तथा ग्राम विकास अधिकारियों को अलर्ट कर दिया।
किसी प्रकार से पानी की आवक अधिक हो तो उसके बचाव के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर सौ-सौ मिट्टी के कट्टे भर कर रखवाने के निर्देश दिये तथा ग्रामीणों को जागरूक करने का अभियान चलाया कि ग्रामीण जल भराव क्षेत्र से दूर रहें तथा अपने पशुओं को भी दूर रखें। जर्जर भवनों से दूर रहे तथा जिन पुलियों से पानी ऑवर फ्लो होकर बह रहा है उसे पार करने का प्रयास नहीं करें।
सीईओ अभिषेक खन्ना ने स्वयं ग्रामीण क्षेत्र का दौरा कर जल भराव क्षेत्रों का अवलोकन किया तथा ग्रामीणों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। अजमेर जिला परिषद से लगातार जिले की मॉनिटरिंग की जा रही है तथा आवश्यकता अनुसार सहायता के निर्देश दिए जा रहे हैं। सीईओ खन्ना कि जागरूकता तथा संवेदनशीलता के चलते पंचायत समितियों की टीम हर सम्भव प्रयास कर ग्रामीणों को राहत पहुंचा रही है।