हिमाचल प्रदेश के मंडी में भूकंप, छह जिलों में बाढ़ की चेतावनी
शिमला, 09 अगस्त:हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 मापी गई, और इसका केंद्र मंडी में सतह से लगभग पांच किलोमीटर नीचे था। भूकंप का समय सुबह 9 बजकर 53 मिनट बताया गया। मंडी और इसके आस-पास के क्षेत्रों में भी लोगों ने झटके महसूस किए, हालांकि राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, किसी प्रकार की जान-माल की हानि की सूचना नहीं है। पिछले आठ दिनों में यह दूसरी बार है जब हिमाचल प्रदेश में भूकंप आया है। इससे पहले 2 अगस्त को जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में 3.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन चार और पांच में आता है। इतिहास में, 1905 में चंबा और कांगड़ा जिलों में आए भयानक भूकंप में 10,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी।वर्तमान में राज्य मानसून की भारी बारिश का सामना कर रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान, मंडी जिले के जोगिंदरनगर में सबसे ज्यादा 160 मिलीमीटर और कांगड़ा जिले के धर्मशाला में 112 मिलीमीटर वर्षा हुई है। अन्य प्रमुख स्थानों में कटुआला, भराड़ी, कंडाघाट, पालमपुर, पंडोह, बैजनाथ, और कुफरी में भी भारी वर्षा दर्ज की गई है।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले 24 घंटे में मंडी, बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर और कुल्लू जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है, क्योंकि 15 अगस्त तक राज्य में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। 10 अगस्त को भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट और 11 से 15 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। मानसून के इस सीजन में हिमाचल प्रदेश में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 16 लोगों की जान गई है, और 44 लोग लापता हुए हैं।*हिमाचल प्रदेश के निवासियों को सतर्क रहने और मौसम के पूर्वानुमानों पर नजर रखने की सलाह दी गई है।