मस्ट्रोलों में फर्जीवाड़े का जिन्न एक बार फिर आया निकलकर सामने
मसूदा ग्राम पंचायत के नरेगा कार्य के 50 श्रमिकों की डिमांड देखकर जनरेट किए गए मस्टरोल से जुड़ा हुआ है मामला
मसूदा ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक ने श्रमिकों की डिमांड के आधार पर मस्टरोल किए जेनरेट हेतु लिखा पँचायत समिति को
मेटों ने जनरेट मस्ट्रोलों में एमएमएन एस ऐप से श्रमिकों की गलत तरीके से उपस्थित अपलोड करना कर दिया शुरू
मामला जानकारी में आने पर मसूदा ग्राम पंचायत सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी ने मस्ट्रोलों को पंचायत समिति कार्यालय में करवाया जमा
पंचायत समिति ने दोनों मेटों को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई करते हुए मसूदा ग्राम पंचायत को किया निर्देशित
ब्यावर जिले की रामगढ़ ग्राम पंचायत में नरेगा कार्य के मस्तलों में फर्जीवाड़ा कर सरकारी राशि गबन करने का मामला अभी ठंडा ही नहीं पड़ा कि आज मंगलवार को मसूदा ग्राम पंचायत के नरेगा कार्य के 50 श्रमिकों के मस्ट्रोलों में फर्जीवाड़े करने का मामला सामने आ गया। मामले के तथ्यों के तह तक जाकर की गई जाँच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि सम्बन्धित नरेगा कार्य के लिए श्रमिकों कीआई डिमांड केआधार पर मसूदा ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक राकेश साहू ने अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए उक्त नरेगा कार्य के नाम से 50 श्रमिकों के मस्टरोल जनरेट करने हेतु पँचायत समिति को लिख दिया। उधर संबंधित कार्य के मस्टरोल जारी होने से पहले ही जनरेट हुए मस्ट्रोलों में मेट मुकेश काठात व सीता देवी ने एनएमएस ऐप पर श्रमिकों की उपस्थिति अपलोड करनी शुरू कर दी। जबकि मौके पर किसी प्रकार का कोई कार्य किसी भी श्रमिक द्वारा नहीं किया जा रहा था। इस मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि मामला मीडिया कर्मियों की जानकारी में आने के बाद मामले को लेकर की गई जाँच पड़ताल के दौरान मामला मसूदा ग्राम पंचायत के संज्ञान में आने पर मसूदा ग्राम पंचायत सरपंच पुष्प कांत धूत व ग्राम विकास अधिकारी हेमराज दरोगा ने सम्बन्धित मस्ट्रोलों को पंचायत समिति कार्यालय में जमा करवाने के साथ ही पंचायत समिति के विकास अधिकारी को सम्बन्धित मेटों के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु भी लिख दिया।इस मामले को लेकर मसूदा ग्राम पंचायत सरपंच पुष्प कांत धूत व ग्राम विकास अधिकारी हेमराज दरोगा द्वारा मसूदा पंचायत समिति के विकास अधिकारी के नाम महात्मा गांधी नरेगा योजना में जारी मस्ट्रोलों को पुनः जमा करवाने हेतु लिखे पत्र में बताया कि बाबू के कुए के पास नाडी खुदाई कार्य पर पखवाड़ा अवधि 5 जुलाई से 15 जुलाई के लिए 50 श्रमिकों की डिमांड देकर मस्ट्रोल जनरेट कर दिए गए परंतु मस्ट्रोलों के प्रिंट नहीं निकले तथा ना ही पंचायत समिति स्तर से मस्टरोल जारी किए गए इसके बावजूद मेट मुकेश काठात व सीमा देवी ने गलत रुप से एन एम एम एस सिस्टम से श्रमिकों की गलत उपस्थित दर्ज कर दी गई। इस मामले में की गई जांच पड़ताल में यह बिंदु भीसामने आया कि जिन फर्जी श्रमिकों की एमएमएन एस ऐप के द्वारा गलत तरीक़े से उपस्थिति अपलोड की गई उनमें जोधपुर में मजदूरी कर रहे श्रमिकों तक की फर्जी तरीके से उपस्थिति अपलोड करने की भी जानकारी सामने आई हैं। बहरहाल इस मामले को लेकर मसूदा पंचायत के विकास अधिकारी ने संबंधित मेटों को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए मसूदा ग्राम पंचायत को निर्देशित किया है।
इनका कहना है
श्रमिकों की डिमांड के आधार पर जनरेट किए गए मस्ट्रोलों में मेंटों के द्वारा एनएमएमएस ऐप के द्वारा श्रमिकों की गलत तरीके से उपस्थिति अपलोड करने की जानकारी मिलने पर संबंधित मस्ट्रोलों को निकलवाकर पंचायत समिति कार्यालय में जमा करवाने के साथ ही संबंधित मेटों के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु पंचायत समिति के विकास अधिकारी को लिखा है पंचायत समिति स्तर से मिलने वाले आदेशों निर्देशों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी