ब्यावर जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने ग्राम पंचायत लोडियाना में रात्रि चोपाल किया श्री उपवन का निरीक्षण
ब्यावर जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने ग्राम पंचायत लोडियाना में किया श्री उपवन का निरीक्षण
रात्रि चौपाल का किया आयोजन सुनी समस्याएं, अधिकारियों को दिए निस्तारण के निर्देश
जिला परिषद ब्यावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाल लाल मीणा, मसूदा उपखंड अधिकारी कुलदीप सिंह शेखावत,विकास अधिकारी मधुसूदन, बिजयनगर तहसीलदार शिल्पा चौधरी, पुलिस उप अधीक्षक सज्जन सिंह रहे मौजूद
ब्यावर जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने आज बुधवार को मसूदा पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत लोडियाना में श्री उपवन का निरीक्षण किया। इसी दौरान जिला कलेक्टर ने रात्रि चौपाल का आयोजन कर ग्रामीणो की समस्याएं सुनी एवं मौके पर मौजूद सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। यहाँ पहुंचने पर ग्राम पंचायत की ओर से सरपंच सांवर लाल पुरोहित रामेश्वर लाल शर्मा, सहित ग्रामवासियों की मौजूदगी में जिला कलेक्टर उत्सव कौशल सहित अधिकारियों का परंपरागत ढंग से माल्यार्पण व साफा बंधाकर स्वागत संम्मान किया। जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने लोड़ियांना के श्री उपवन का निरीक्षण किया एवं दो पौधे भी लगाए। इस उपवन में अब तक करीब 400 पौधे लगाए जा चुके हैं एवं पौधारोपण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने रात्रि चौपाल का आयोजन कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बीसलपुर की लाइन से पानी की टंकी में पानी नहीं पहुंच रहा है, जगह हो रखे अवैध कनेक्शनों को इसका कारण बताते हुए पेयजल की समाधान के समाधान की माँग की। जिला कलेक्टर ने यहाँ मौजूद जलदाय विभाग के सहायक अभियंता शिव देव गहलोत को अवैध कनेक्शन को तत्काल काटकर पेयजल की समुचित व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। साथ ही काटे गए कनेक्शन को दोबारा जोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस में एफआई आर दर्ज करने के भी निर्देश दिए। ग्रामीणों ने चरागाह भूमि के बीहड़ में पेड़ों की अवैध कटाई होने की शिकायत करते हुए बीहड़ चौकीदार की व्यवस्था करवाएं जाने की मांग की। से लेकर जिला कलेक्टर ने पंचायत समिति के विकास अधिकारी मधुसूदन को आवश्यक निर्देश दिए। रात्रि चौपाल के दौरान जिला परिषद ब्यावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाल लाल मीणा, मसूदा उपखंड अधिकारी कुलदीप सिंह मसूदा पंचायत समिति के विकास अधिकारी मधुसूदन, बिजयनगर तहसीलदार शिल्पा चौधरी,पुलिस उप अधीक्षक सज्जन सिंह, सीडीपीओ प्रतिनिधि सुमित्रा माली ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी अनिल कुमार जैथलिया, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रतिनिधि मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी प्रतिनिधि ,ग्राम पंचायत के सरपंच सांवरलाल पुरोहित ग्राम विकास अधिकारी हिमांशु सैनी एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
*जिला कलेक्टर के कार्यक्रम विभागीय अधिकारी अपने प्रतिनिधि भेजकर कर रहे है कर्त्तव्यों की इतिश्री*
जिला कलेक्टर अर्थात सभी विभागों के मुखिया होने के बावजूद जिला कलेक्टर के आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भले ही जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हो परंतु कुछ एक ब्लॉक स्तरीय विभाग ऐसे हैं जिनके अधिकारी जिला कलेक्टर जैसे महत्वपूर्ण पद वाले अधिकारी की मौजूदगी वाले कार्यक्रम में खुद मौजूद नहीं रहकर अपने प्रतिनिधि भेज कर करते हुए अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं। आज बुधवार को ब्यावर जिले के मसूदा उपखंड क्षेत्र की लोड़ियांना ग्राम पंचायत में आयोजित ब्यावर जिला कलेक्टर उत्सव कौशल की रात्रि चौपाल में भी कुछ ऐसा ही सामने आया है। हालांकि एक अलग बात है कि जिला कलेक्टर के रात्रि चौपाल कार्यक्रम में ब्यावर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाल लाल मीणा, मसूदा उपखंड अधिकारी कुलदीप सिंह शेखावत,विकास अधिकारी मधुसूदन, बिजयनगर तहसीलदार शिल्पा चौधरी, पुलिस उप अधीक्षक सज्जन सिंह जैसे जिम्मेदार अधिकारी मौजूद रहे , वही कुछ एक को छोड़कर सभी विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे भले ही रहे हो, परंतु तीन-चार विभाग जिसमें चिकित्सा विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग शिक्षा विभाग के अधिकारी की जगह उनके प्रतिनिधि मौजूद थे। किसी विशेष परिस्थति के कारण कभी कभार किसी अधिकारी के प्रतिनिधि का भाग लेना कोई नई बात नहीं है परंतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तो शायद लगभग सभी कार्यक्रम में अपने प्रतिनिधि ही भेजते हैं और आज भी शायद यही हुआ कि जिला कलेक्टर जैसे महत्वपूर्ण अधिकारी के कार्यक्रम में भी जिम्मेदार अधिकारी के बजाय चिकित्सा विभाग का प्रतिनिधि ही मौजूद था।जहां तक चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का सवाल है तो आपको बता दें कि प्रशासन गांव सँग आयोजित शिविरों के दौरान भी चिकित्सा विभाग का कोई अधिकारी मौजूद होने के बजाय कई शिविरों में अपने प्रतिनिधि को भेजने को लेकर स्थानीय विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत ने भविष्य में अधिकारी के ही मौजूद रहने के निर्देशों के बावजूद शायद कोई सुधार नहीँ हो पाया ओऱ आज विभाग ने फिर अपनी मनमानी को दोहराते हुए जिला कलेक्टर की चौपाल में शायद किसी अधिकारी ने मौजूद रहने की जरूरत महसूस नहीं की होगी। इस मामले में जिला कलेक्टर से अपने स्तर पर करवाई किया जाना अपेक्षित है।